BHARATTV.NEWS, JAMTARA: जहां खुशी पर्व और त्योहार की बात सामने आए तो बच्चे और बच्चियां ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनते हैं । यहां तो भारतवर्ष में 12 महीने में भारतीय संस्कृति और सभ्यता के मुताबिक अनेक पर्व मनाए जाते हैं जहां हिंदू , मुस्लिम , सिख और ईसाई के बेहतरीन मिसाल है । अभी कुछ ही दिन बाद करमा पर्व आने वाला है जिसकी खुशी में जामताड़ा जिला मुख्यालय से सटा हुआ भालगढ़ा पाकडीह गांव में बीते कुछ दिन पूर्व से ही इसकी शुरुआत कर दी गई है । करमा पर्व मनाने को लेकर चंपा कुमारी , अंजली कुमारी , पायल कुमारी , शिल्पा कुमारी और अनिता कुमारी ने पर्व में अपने परिवार और रिश्तेदार में भाइयों की खुशी , समृद्धि और तरक्की के लिए संस्कृति के रूप में निभा रही है । सभी बच्चियां बांस की डलिया में बालू , गेहूं , मकई और कई चीजों को रखकर इसके चारों और गीत गाते हुए चक्कर काट रहे थे । चंपा कुमारी ने बताया कि मैं अपने मां के साथ कई वर्षों से इस पर्व में हाथ बँटा रही हूं । अंजली कुमारी ने बताया कि इस पर्व के आने के पहले ही मैं अपने सहेलियों के साथ टीम बना लेती हूं और साथ-साथ पर्व मनाती हूँ। पायल कुमारी ने बताया कि इस पर्व में गाया जाने वाला गीत को अपनी मां से सीखने को मिली है ।
पूरा भारत वर्ष में सदियों से गंगा यमुना की तहजीब भारतीय संस्कृति में देखने को मिलती है । जब भी यहां कोई पर्व और त्योहार का मौका आता है तो सभी जाति , धर्म के लोग एक साथ मिलकर त्योहार की खुशियां बटोरते हैं । एक दूसरे के घरों में जाकर शामिल होते हैं । ईद , होली , दुर्गा – पूजा , दीपावली , क्रिसमस आदि पर्व के मौके पर हमलोग एक दूसरे के साथ घुल मिलकर खुशियां बांटते हुए त्योहार मनाते आ रहे हैं जिसमें हमारे परिवार के अभिभावक , माता-पिता , दादा-दादी हमेशा सहयोग करते हैं.














