JAMTARA :गत दिन बुधवार को जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी को छात्र संगठन समन्वय समिति जामताड़ा के प्रतिनिधियों ने 1932 आधारित खतियान को आधार बनाकर झारखण्ड में नियोजन नीति बनाने और यहां के युवाओं को नौकरी में प्राथमिकता मिले,इसको लेकर एक मांग पत्र सौंपा।
छात्र संगठन समन्वय समिति के सदस्य सरजन सोरेन, दिनेश मरांडी,अमिता मरांडी ने मांग पत्र सौंपते हुए कहा कि झारखण्ड राज्य झारखंडियों के लिए बना है। झारखण्डी मूलवासी आदिवासी के भावनाओं को लेकर बना है। उनका समुचित विकास हो,इसको लेकर राज्य अलग बना है। लेकिन झारखण्ड अलग राज्य बने 21 वर्ष पूरा करते हुए 22 वें साल में कदम रख चुका है। आज झारखण्ड नवयौवन अवस्था में पहुंच गया है। फिर भी यहां के युवाओं को नौकरी में, रोजगार में कहीं स्थान नहीं मिल रहा है। इसका कारण है कि झारखण्ड राज्य में आज तक किसी भी सरकार ने स्थानीय नीति नहीं बनाई है। जिसके कारण यहां के पढ़े लिखे युवक युवतियों को स्थानीय नीति के आधार पर नौकरियां नहीं मिल रहा है। झारखण्डी मूलवासी आदिवासी बेरोजगारी और विस्थापित से गरीब बनते जा रहे हैं।
छात्र संगठन समन्वय समिति सदस्यों ने यह भी बताया कि झारखण्ड की स्थानीय भाषा को राज्य भाषा की दर्जा दिया जाए।साथ ही बाहरी भाषा को किसी भी सूरत में मान्यता नहीं दिया जाय। छात्र संगठन समन्वय समिति सदस्यों ने बताया कि 1932 के खतियान को आधार मानकर झारखण्डी मूलवासी आदिवासी को चिन्हित कर उसे नौकरी में, रोजगार में, उनके समुचित विकास व्यवस्था में उन्हें हर तरह प्राथमिकता दी जाय। छात्र संगठन समन्वय समिति सदस्य सरजन सोरेन, दिनेश मरांडी, सहित कई अन्य भी उपस्थित थे।














