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चित्तरंजन रेल नगरी में लगभग दर्जन भर आवासों में अस्पताल प्रबंधन ने चिपकाया कोविड-19 के पोस्टर

चिरेका के इतिहास में पहली बार कड़ाई से किए गये सीमा सील

तीस से अधिक लोगों को क्वारंटाइन में रहने के दिये निर्देश

ओम प्रकाश शर्मा
भारतटीवी.न्यूज। देश व विदेश के विभिन्न क्षेत्रों से चित्तरंजन रेल नगरी में आए लोगों को एहतियातन होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। ताकि कोरोना पर पूरी तरह नियंत्रण पाया जा सके। इसके लिए चित्तरंजन नगरी के विभिन्न स्ट्रीटों के आवासों को चिन्हित कर उनके घरों के बाहर चित्तरंजन कस्तूरबा गांधी अस्पताल प्रबंधन द्वारा पोस्टर लगाया जा रहा है, जिस पर बाहर से आए व्यक्ति का नाम, पता, परिवार की कुल संख्या, क्वारंटाइन का समय आदि दर्ज है। चिपकाये गये पोस्टर अंग्रेजी में हैं जिसमें लिखा है कोविड-19 प्लीज डू नोट विजिट होम अन्डर क्वारंटाइन। 23 मार्च से 6 अप्रैल तक के लिए क्वारंटाइन किया जा रहा है। पोस्टर चिपकाये जाने से चिरेका नगरी के लोग दहषत में आ गये हैं।
क्या कहते हैं चिरेका के वरिष्ट जनसम्पर्क पदाधिकारी
चिरेका के वरिष्ट जनसम्पर्क पदाधिकारी मंतार सिंह ने मामले में कहा कि इनके घर पर इंडिया के किसी भी कोने से आये तो इसकी जानकारी चिरेका प्रशासन को देना था। चिरेका में बाहर से आने वाले लोगों के बारे में बताना है। जिसका चिकित्सक इलाज कर जांच कर रहे हैं। सर्दी-खांसी भी होती है तो उसे घर पर रहने के लिए कहा जा रहा है। यह सिर्फ एहतियात के लिए है। कुछ है नहीं लेकिन इसका संक्रमण न बढ़े इसके लिए यह कदम उठाया गया है। दूसरी बात यह है कि चिरेका पूरी सीमा सील कर दी गई है। सभी पाॅकेट गेटों को एहतियात के तौर पर सील किया गया है।
बताया जा रहा है कि चिरेका का रास्ता बंद होने पर सोसल मीडिया पर लोग चिरेका के खिलाफ लिख रहे हैं। चिरेका नगरी की सीमा सरकारी आदेष पर सील की गई है। कहा जा रहा है कि जब पूरे भारत में लाॅकडाउन है तो भी कुछ लोग चिरेका नगरी में प्रवेश कर मोटरसाइकिल हाॅकने में लगे है। जिनकी पुलिस पिटाई भी कर रही है फिर भी हुड़दंगई करने से लोग बाज नहीं आ रहे हैं। सीमा सील किये जाने से बेवजह चिरेका प्रशासन को नासमझ लोग कोस रहे हैं।
पोस्टर पर यह भी लिखा है कि यह व्यक्ति होम क्वारंटाइन में है।
चिकित्सकों का कहना है कि अन्य जगह तो मुहर व पोस्टर इसलिए लगाए जा रहे हैं ताकि आसपास के लोग उस घर में न जाएं। लोगों से उसका मिलना-जुलना न हो। इससे कोरोना के फैलने पर आसानी से नियंत्रण हो सकेगा। उन्हें किसी तरह की परेशानी होने पर कंट्रोल रूम को सूचित करने को भी कहा जा रहा है।

कहीं गड्ढे बनाकर कहीं दीवार जोड़कर तो कहीं लोहे के बड़े गेटों से किया गया सीमा सील