BHARATTV.NEWS,JAMTARA: जामताड़ा जिला और देवघर जिला के क्ई गांव जैसे पालाजोरी बस्ती,शरणा पाड़ा,बांझीकेंद,हरिराखा आदि गांवों में रहने वाले आम लोग वायु प्रदुषण से परेशान हो रहे हैं। उन्हें श्वास लेने में दिक्कत हो रही है।लोग श्वास सम्बन्धी क्ई तरह के बिमारी से आगोश में आ रहे हैं। वहीं चितरा कोलियरी से लेकर पालाजोरी बस्ती मोड़ ( चितरा मोड़ )तक सड़क बहुत ही खराब हो चुकी है। सड़क पर गोल गोल बड़े बड़े गड्ढे बन गया है। जिस पर साईकिल और मोटरसाइकिल से सवारी करना जान जोखिम में डालने जैसा है।

आये दिन इस सड़क पर दुर्घटनाएं होती रहती है। जिस पर चितरा कोलियरी प्रबंधन ध्यान नहीं दे रही है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि चितरा प्रबंधन केवल अपनी आमदनी बढ़ाने में लगी हुई है।चितरा कोलियरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक तीन सौ से अधिक डम्फरों द्वारा कोयला ढुलाई में लगाया गया है जो कोयला चूर्ण और धुलकण काफी मात्रा में उड़ाती है। वही धुलकण सड़क किनारे लगे दुकानों के खाद्य पदार्थों में बैठ जाता है।उसी खाद्य पदार्थों को ग्राहक खरीदते हैं और दुकानदार भी वही बेचते हैं। जिसके उपयोग से ग्रामीण क्ई तरह के बिमारी के चपेट में आने लगे हैं। स्थानीय ग्रामीणों की मांग है कि चितरा कोलियरी प्रबंधन केवल कोयला बेचेगा और हमलोगों को कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करायेगा? कुछ बुद्धिजीवियों का कहना है कि कोलियरी क्षेत्र के आठ से दस किलोमीटर सर्किल दूरी तक बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधा उपलब्ध करा सकता है। यह प्रावधान है। फिर चितरा कोलियरी प्रबंधन ये सब क्यों नहीं देख रही है।कम से कम सड़क तो मरम्मत कर सकती है।धुलकण और वायु प्रदुषण तो कम कर सकती। समाज सेवी मंजित चौधरी ने चितरा कोलियरी प्रबंधन के जि एम और एजेंट से मांग करते हुए कहा कि ये सब कार्य शीघ्र करे अन्यथा किसी तरह की दुर्घटना होने पर सड़क जाम कर दिया जायगा।














