केस डायरी कोर्ट में भेजने के नाम पर की थी घूस की मांग

भारतटीवी.न्यूज नेटवर्क, बोकारो:एसीबी धनबाद की टीम ने आज षुक्रवार के चास मुफस्सिल थाना में तैनात झारखंड पुलिस के जमादार जयप्रकाश कुमार को तीन हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. बता दें की चास मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के पुपनकी निवासी दिनेश कुमार महतो से जमादार ने एक केश के सिलसिले में डायरी में मदद के लिए रिश्वत की मांग की थी. जिसकी शिकायत दीनेश महतो ने एसीबी धनबाद में दर्ज कराई थी. जिसके बाद एसीबी डीएसपी समीर कुमार तिर्की के नेतृत्व में बोकारो पहुचीं तथा मामले की जांच शुरू की. आज रिश्वत लेते हुए जमादार को धर दबोचा. टीम में एसीबी डीएसपी के अलावे के एन सिंह, शिवलाल यादव शामिल थे. टीम जमादार को लेकर धनबाद प्रस्थान कर गयी. जहां पूछताछ शुरू होने की खबर है.

पुलिस डायरी के लिए मांगा था रिश्वतरु पुपुनकी का हैं दिनेश शिकायतकर्ता

बताया जाता है कि एएसआइ जय प्रकाश ने पुपुनकी के रहने वाले दिनेश महतो से कोर्ट में केस डायरी भेजने के नाम पर पैसे की मांग की थी। दिनेश महतो घूस देना उचित नहीं समझा और घूस मांगे जाने की शिकायत धनबाद एसीबी की टीम से कर दी फिर क्या था धनबाद एसीबी की टीम ने मामले का सत्यापन कराया और मामला सही पाया गया फिर योजना बनाकर रंगे हाथ धर दबोचा। वहीं कुछेक महीने पहले भी बेंगाबाद प्रखंड के चितमाडीह निवासी रूपकिशोर मेहता की शिकायत पर बेंगाबाद थाना में पदस्थापित एसआई शत्रुघ्न प्रसाद सिंह को 5 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ एसीबी की टीम ने गिरफ्तार पकड़ा था। शिकायतकर्ता ने धनबाद स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पुलिस उपाधीक्षक अपना आवेदन दिया था। जिसके बाद यह कार्रवाई हुई थी। बताया जाता है कि यहां भी बेंगाबाद थाना में दर्ज एक मारपीट के मामले में एसआई ने डायरी उसके पक्ष में मजबूत करने के नाम पर दारोगा ने रूपकिशोर से पांच हजार रुपए मांगे थे। जिसके बाद एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर एसआई को रंगे हाथों पकड़ा था। वहीं इससे पहले भी एसीबी की टीम ने इसी साल जनवरी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेंगाबाद से चिकित्सक कुंदन कुमार को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।

एक और कार्रवाई की जिक्र करना यहां उचित होगा। आपको याद होगा कि बोआरीजोर अंचल के प्रधान लिपिक शंभु मंडल को वंशावली बनाने के नाम पर तीन हजार रूपया घूस लेते एसीबी की दुमका टीम नेे रंगे हाथों पकड़ा था। कुसुमघाटी निवासी बाबू मालतो से वंशावली बनाने के नाम पर दस हजार की राशि मांगी जा रही थी। बाबू मालतो ने इसकी सूचना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो दुमका को दी थी।














