
दुनियाभर में बच्चों के बीच बढ़ती पोर्नोग्राफी पर कांग्रेस के दिग्गज नेता जयराम रमेश ने चिंता जाहिर कर दी है। इंटरनेट के जरिए अश्लीलता खासकर, सोशल मीडिया पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी के व्यापक प्रसार की समस्या से निपटने के लिए समिति ने सुझाव भी दिया है कि पीएम इस दिशा में जी-20 या संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में कारगर पहल कर सकते हैं। राज्य सभा में कांग्रेस के सदस्य जयराम रमेश की अध्यक्षता वाली उच्च सदन की समिति ने शनिवार को सभापति एम वेंकैया नायडू को एक रिपोर्ट सौंपी है। उसमें पीएम मोदी से अपील की गई है कि वो चाइल्ड पोर्नोग्राफी के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय सोलर अलायंस की तर्ज पर देशों को एकजुट करें। समिति ने सिफारिश की है कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी के संकट से निपटने के लिए भी प्रधानमंत्री को वैश्विक राजनीतिक गठजोड़ बनाने की पहल करना चाहिए। राज्य सभा के पिछले साल 250वें सत्र में ये मुद्दा जोर-शोर से उठा था। जिसके बाद सभापति ने इस समस्या से निपटने के उपाय सुझाने के लिए जयराम रमेश की अगुवाई में 14 सदस्यीय समिति का गठन कर एक महीने में रिपोर्ट देने को कहा था।समिति ने इस दौरान तीन बैठक की और विस्तार से चर्चा के बाद 40 सुझावों वाली इस रिपोर्ट में सिफारिश की है कि सरकार को यौन अपराधों से बच्चों को बचाने वाले पोक्सो कानून, सूचना प्रौद्योगिकी कानून और भारतीय दंड संहिता में उचित बदलाव करने की तत्काल पहल करना चाहिए। साथ ही राज्य सरकारों को भी सिफारिश की है कि वे राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग को सक्षम बनाएं।






