ओम प्रकाश शर्मा , गया , 13 जनवरी 2025: मंत्री डॉ. प्रेम कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी ने माननीय मंत्री को पुष्पगुच्छ देकर हार्दिक स्वागत किया।
बैठक में जिला पदाधिकारी ने गया जिले की विभिन्न योजनाओं की अद्यतन स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर डोभी में निर्माणाधीन है। इसके लिए 1600 एकड़ क्षेत्र में परियोजना क्रियान्वित हो रही है। साथ ही, वन विभाग एवं जिला प्रशासन की मदद से 1400 एकड़ वन विभाग की जमीन को चिन्हित कर लैंड बैंक के रूप में सुरक्षित रखा जा रहा है। भविष्य में यह क्षेत्र 3000 एकड़ का लैंड बैंक बनकर जिले के विकास में सहायक होगा।
डोभी अंचल के पट्टी स्थान पर 10 एकड़ भूमि सहकारिता अनुसंधान केंद्र के लिए भी सुरक्षित की गई है। माननीय मंत्री ने सहकारिता विभाग के अंतर्गत सब्जी उत्पादन कमेटियों के गठन की समीक्षा करते हुए बताया कि गया जिले के 18 प्रखंडों में समिति का गठन हो चुका है और शेष प्रखंडों में शीघ्रता से गठन करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन समितियों के माध्यम से कोल्ड स्टोरेज और गोदाम का निर्माण किया जाएगा, जिससे किसानों को उनके उत्पादों के अच्छे दाम मिल सकें।
उन्होंने वैशाली जिले में टमाटर उत्पादन के उदाहरण का हवाला देते हुए बताया कि टमाटर की मार्केटिंग के लिए केचप और सॉस निर्माण कंपनियों के साथ एमओयू साइन किए जा रहे हैं। इसी तरह, गया जिले में आलू से चिप्स और अन्य उत्पाद तैयार करने के लिए मार्केटिंग कंपनियों के साथ बातचीत चल रही है।
माननीय मंत्री ने नए पैक्स गोदामों के साथ बीज वितरण केंद्र, कॉमन सर्विस सेंटर और जन औषधि केंद्र स्थापित करने का निर्देश दिया। उन्होंने मधुमक्खी पालन और मछली पालन पर विशेष जोर देने को कहा। खेल क्षेत्र में, 20 एकड़ भूमि पर खेल मैदान विकसित करने के लिए तेजी से भूखंड चिन्हित करने का निर्देश दिया गया।
पर्यटन विकास के लिए मंत्री ने कहा कि गया जिले में विष्णुपद मंदिर, मंगला गौरी मंदिर और महाबोधि मंदिर जैसे महत्वपूर्ण स्थलों पर पर्यटकों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने गया को एक प्रमुख टूरिस्ट हब बनाने के लिए व्यापक कदम उठाने की बात कही।
नदी और पहाड़ों के संरक्षण पर चर्चा करते हुए उन्होंने सभी अंचल अधिकारियों को वन विभाग की खाली जमीन की सूची तैयार करने और वहां सुरक्षा बोर्ड लगाने का निर्देश दिया। अतिक्रमण रोकने और जल-जीवन-हरियाली अभियान को सफल बनाने के लिए नदी किनारे वृक्षारोपण करने का निर्देश दिया गया।
इसके अलावा, पहाड़ों से वर्षा जल का संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए प्रेतशिला, रामशिला, और ब्रह्म योनि में गारलैंड ट्रेंच का निर्माण प्रस्तावित है। इस परियोजना का उद्देश्य भूगर्भ जल स्तर को बनाए रखना और पर्यावरण को संरक्षित रखना है।
बैठक में सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक का समापन मंत्री द्वारा अधिकारियों को दिए गए दिशा-निर्देशों के साथ हुआ।














