OM SHARMA, दूरदर्शन केंद्र, कोलकाता; 21 जून 2022: 23 जून 1757 का दिन बंगाल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन भागीरथी नदी के किनारे मुर्शिदाबाद के पास प्लासी (पलाशी) के एक ऐतिहासिक युद्ध में रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल प्रांत के नवाब सिराजदुल्लाह को केवल 11 घंटे तक चले युद्ध में हराया था। बंगाल के अंतिम स्वतंत्र नवाब के पतन के बाद ब्रिटिश काल का औपनिवेशिक शासन स्थापित हुआ। प्लासी में लड़ाई ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की फ्रांसीसी प्रतिद्वंद्वियों पर विजय के लिए और लंबी अवधि में ब्रिटिश शासन की स्थापना के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण थी जिसके परिणामस्वरूप पूरे बंगाल प्रांत और पूरे भारत में ब्रिटिश सत्ता का विस्तार हुआ।
दरअसल, इस युद्ध का कारण 1756 के एक प्रकरण से हुआ था जब फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी ने नवाब सिराजुद्दुला को कलकत्ता में फोर्ट विलियम पर हमला करने और कब्जा करने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके परिणाम स्वरुप 1757 में प्लासी की यह लड़ाई हुई, जहां अंग्रेजों ने बंगाल के नवाब और उनके फ्रांसीसी सहयोगियों को निर्णायक रूप से हराया। प्लासी की लड़ाई में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की जीत, भारत में लगभग दो शताब्दियों के ब्रिटिश शासन की शुरुआत थी। मीर जाफर द्वारा विश्वासघात के कारण बंगाल के नवाब की हार के महत्वपूर्ण परिणामों से घटित यह युद्ध एक आश्चर्यजनक रूप से अप्रभावी सैन्य मुठभेड़ थी ।

प्रसार भारती, पूर्व के अतिरिक्त महानिदेशक, सुधांशु रंजन के तत्वावधान में, मुर्शिदाबाद और प्रसिद्ध प्लासी की लड़ाई पर एक घंटे की विश्व स्तरीय डॉक्यूमेंट्री फिल्म का निर्देशन और एंकरिंग विशेष रूप से किया गया । मुर्शिदाबाद में पूरी फिल्म की शूटिंग की गयी । नवाब सिराजुद्दुल्लाह द्वारा बंगाल प्रांत के वासियों के प्रति स्नेह तथा प्रजा की देखभाल की कहानी को बड़ी ही कुशलता से संकलित और वर्णित इस फिल्म में किया गया है । भागीरथी नदी के तट पर मुर्शिदाबाद की हज़ारदुआरी जैसी भव्य महलनुमा संरचनाओं का वर्णन भी बखूबी किया गया है। रचनात्मक प्रमुख तथा व्याख्याता के रूप में, दूरदर्शन कोलकाता की परमिता चटर्जी ने प्रसिद्ध इतिहासकार रंगन कांति जाना के द्वारा समर्पित उल्लेखनीय तथ्यों के साथ इस फिल्म का निर्माण किया है । मुख्य फोटोग्राफर, उत्पल मैत्रा द्वारा डॉक्यूमेंट्री फिल्म की शूटिंग की गयी है। नवाब सिराजुद्दुल्लाह की ऐतिहासिक हार और मीर जफर द्वारा विश्वासघात की कहानी को विस्तार से चित्रित किया गया है । कोलकाता दूरदर्शन की टीम द्वारा काफी लम्बे अंतराल के बाद निर्मित यह फिल्म एक अति प्रशंनीय प्रयास है । सत्यजीत रे की कहानी के नायक, फेलुदा जैसे प्रसिद्ध किरदार, सब्यसाची चक्रवर्ती की टिप्पणी चित्रण इसमें एक और आयाम लाती है।
मुर्शिदाबाद और प्लासी की लड़ाई, एक नए युग की शुरुआत, फिल्म का अंग्रेजी संस्करण, आगामी 23 जून 2022 को दूरदर्शन के प्राइम टाइम पर डीडी राष्ट्रीय नेटवर्क पर प्रसारित किया जाएगा। आप सभी से इस डाक्यूमेंट्री को देखने का अनुरोध है।












