राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव 14 से 28 फरवरी, 2021 तक मनाया जाएगा
BHARATTV.NEWS: माननीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), श्री प्रहलाद सिंह पटेल की उपस्थिति में पश्चिम बंगाल के माननीय राज्यपाल श्री जगदीप धनखड़ 14 फरवरी, 2021 को कूच बिहार, पश्चिम बंगाल के कूच बिहार पैलेस में सायं 5.30 बजे 11वें राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव का उद्घाटन करेंगे।
संस्कृति मंत्रालय को भारतीय संस्कृति के मूर्त और अमूर्त, दोनों रूपों के परिरक्षण, संवर्धन और प्रचार-प्रसार का अधिदेश प्राप्त है जिसमें अन्य बातों के साथ-साथ पारंपरिक लोक नृत्य एवं कलारूप, मंचकलाएं और समृद्ध जनजातीय विरासत शामिल हैं। इस अधिदेश को पूरा करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों, महोत्सवों और रंगमंच प्रस्तुतियों का आयोजन किया जाता है।
सात क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्रों की सक्रिय सहभागिता के साथ वर्ष 2015 से आयोजित किया जाने वाला इस मंत्रालय का प्रमुख महोत्सव, राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव, भारत की जीवंत संस्कृति को सभागारों और दीर्घाओं तक ही सीमित न रखते हुए जनता तक पहुंचाने की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ से जुड़े महत्वपूर्ण लक्ष्य के समर्थन में, एक राज्य की लोक और जनजातीय कला, नृत्य, संगीत और खान-पान को अन्य राज्यों में प्रदर्शित करने में सहायक सिद्ध होने के साथ-साथ कलाकारों और कारीगरों को उनकी आजीविका जुटाने में सहायता देने के लिए प्रभावी मंच भी उपलब्ध करा रहा है। नवंबर, 2015 से लेकर अब तक, विभिन्न राज्यों तथा शहरों यथा दिल्ली, वाराणसी, बेंगलुरू, तवांग, गुजरात, कर्नाटक, टिहरी एवं मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के 10 संस्करण आयोजित किए गए हैं।
राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के 11वें संस्करण का आयोजन 14 से 28 फरवरी, 2021 के बीच, पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में (14 से 16 फरवरी, 2021), दार्जिलिंग में (22 से 24 फरवरी, 2021) और मुर्शीदाबाद में (27-28 फरवरी, 2021) किया जा रहा है।
इस राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव का महत्व और भी अधिक हो गया है क्योंकि यह ऐसे समय पर आयोजित किया जा रहा है, जब हम कोविड महामारी से उबर रहे हैं, जिसने सांस्कृतिक क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस कार्यक्रम के माध्यम से मंत्रालय अति आवश्यक सहायता और प्रोत्साहन प्रदान करने के प्रयासों के साथ-साथ उनमें यह आत्मविश्वास भी जागृत करना चाहता है कि सभी आवश्यक पूर्वोपायों को ध्यान में रखते हुए अब सांस्कृतिक समारोह आयोजित किए जा सकते हैं।
स्थानीय कलाकारों सहित प्रसिद्ध कलाकार इस मुख्य महोत्सव में भाग लेंगे। राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव-2021 में अनेक लोक कला रूप शामिल किए जाएंगे और यह स्थापित और उदीयमान प्रतिभाओं में सर्वोत्कृष्ट कलाओं का अनुभव प्रदान करेगा। यह आरएसएम लोगों को, विशेषकर युवाओं को उनकी देशीय संस्कृति, इसकी बहुआयामी प्रकृति, भव्यता, बहुलता और हजारों वर्षों से एक राष्ट्र के रूप में भारत के परिप्रेक्ष्य में इसके ऐतिहासिक महत्व से पुन: जोड़ेगा।
पश्चिम बंगाल में आयोजित किया जा रहा यह आरएसएम विविध संस्कृतियों के लोगों के बीच आपसी समझ और संबंधों को संवर्धित करेगा जिससे भारत की एकता और अखंडता और अधिक मजबूत हो जाएगी।














