6 निजी विद्यालय के सशर्त मान्यता देने हेतु लिया गया निर्णय
ओम प्रकाश शर्मा, जामताड़ा। आज दिनांक 13 जून 2020 को उपायुक्त जामताड़ा श्री गणेश कुमार (भा.प्र.से.) के अध्यक्षता में जिला प्रारंभिक शिक्षा समिति की बैठक समाहरणालय स्थित उपायुक्त सभाकक्ष में आयोजित किया गया।उपायुक्त जामताड़ा ने कहा की जिला प्रारंभिक शिक्षा समिति का बैठक बहुत दिनों से नहीं हुआ था। जिला प्रारंभिक शिक्षा समिति बैठक नहीं होने के कारण जिला के निजी विद्यालय के मान्यता प्रदान करने का लगातार कोशिश नकाम हो रही थी।जिससे निजी विद्यालय का मान्यता बहुत दिनों से रुका हुआ था।इसके कारण शैक्षणिक गतिविधि बढ़ नहीं पा रहा था। इसलिए इसमें विशेष रुचि रख कर उपायुक्त जामताड़ा के द्वारा प्रारंभिक शिक्षा समिति का बैठक आयोजित किया गया। बैठक में 7 निजी विद्यालय का विचार विमर्श किया गया और जिसमें से 6 निजी विद्यालय के सशर्त मान्यता देने हेतु निर्णय लिया गया है।

जिला प्रारंभिक शिक्षा समिति की बैठक में 6 निजी विद्यालयों को सशर्त मान्यता दी गई। जो निम्न प्रकार से हैं:-
- सावित्री देवी डीएवी पब्लिक स्कूल, नामुपाडा, जामताड़ा।
- संस्कार इंटरनेशनल स्कूल, मिहिजाम, जिला जामताड़ा।
- ग्रीन वुड पब्लिक स्कूल, मिहिजाम , जिला जामताड़ा
- सेंट एंथोनी स्कूल, कायस्थ पाड़ा, जिला जामताड़ा
- सेंट मैरी स्कूल, मिहिजाम, जिला जामताड़ा
- सरस्वती विद्या मंदिर, विद्यासागर, जिला जामताड़ा
उपरोक्त विद्यालयों को निर्धारित शर्तों को पूरा करने के उपरांत मान्यता प्रदान की गई वहीं मदरसा अहले सुन्नत खनका कादरिया चिस्तिया बघाशोला, कुण्ड हित जिला जामताड़ा के निर्धारित मानकों के पूरा नहीं करने के कारण मान्यता नहीं दी गई। तथा उन्हें
सभी मानकों को पूरा करने हेतु निर्देश दिया गया एवं उनके आवेदन पर अगले बैठक में विचार करने का निर्णय लिया गया।उपायुक्त जामताड़ा ने कहा कि भवन का नक्शा सक्षम पदाधिकारी से पास से संबंधित प्रतिवेदन,टेट पास शिक्षक जिस विद्यालय में कम है वह विद्यालय 01 वर्ष तक टेट पास शिक्षक पूर्ण कर लेंगे।उपायुक्त जामताड़ा श्री गणेश कुमार (भा.प्र.से.) ने बताया पहले निजी विद्यालयों को मान्यता प्राप्त करने हेतु पूर्व में रांची जाना पड़ता था लेकिन वर्तमान में जिला स्तर पर उपायुक्त को इसके लिए अध्यक्ष बनाया गया है।

उपायुक्त ने बताया कि विभागीय प्रावधान के अनुसार निजी विद्यालयों के मान्यता हेतु निर्धारित मानक, मापदंड एवं शर्तें इस प्रकार हैं –
• विद्यालय सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट 1860 (21) के अधीन पंजीकृत हो
• भूमि अनिवार्य रूप से विद्यालय के नाम निबंधित हो। सेल डीड की अनुपलब्धता होने पर 30 वर्ष का निबंधित लीज डीड होना चाहिए।
• आवेदन / निरीक्षण शुल्क कक्षा 1 से 5 तक के लिए रू 12500.00, कक्षा 1 से 8 तक के लिए रू 25000.00 कोषागार चालान के द्वारा जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में जमा करना होगा। साथ ही विद्यालय के नाम रू 100000.00 सावधि जमा स्थायी रूप से सुरक्षा कोष के रूप में अनिवार्य है।
• कक्षा 1 से 8 तक के मान्यता के लिए शहरी क्षेत्र में 0.75 एकड़ तथा ग्रामीण क्षेत्र में 1 एकड़ वहीं, कक्षा 1 से 5 तक के लिए शहरी क्षेत्र में 40 डिसमिल तथा ग्रामीण क्षेत्र में 60 डिसमिल जमीन विधिक रूप से प्राप्त हो।
• कमरा कक्षा 1 से 8 तक के लिए 8 कमरे एवं 1 से 5 तक के लिए 5 कमरे जिनका आकार 18 X 22 वर्ग फीट हो
• भवन का नक्शा सक्षम प्राधिकार से स्वीकृत हो।
• खेल का मैदान एवं अन्य गतिविधियों के लिए कुल भूमि का 2/3 भाग खाली होना चाहिए।
• 120 से कम छात्र वाले प्राथमिक विद्यालय (कक्षा 1 से 5) में शिक्षक छात्र अनुपात 01:30 होना चाहिए। 121 से 200 छात्र हो तो कम से कम 5 शिक्षक, 200 से ज्यादा छात्र हो तो शिक्षक छात्र अनुपात 01:40 होना चाहिए। मध्य विद्यालय के लिए शिक्षक छात्र अनुपात 01:35 होना चाहिए।
• प्राथमिक विद्यालय के लिए शिक्षक पात्रता कम से कम इंटरमीडिएट, दो वर्षीय डीएलएड /समतुल्य प्रशिक्षित तथा टेट उत्तीर्ण और मध्य विद्यालय के लिए शिक्षक पात्रता स्नातक या समकक्ष , बीएड या समतुल्य तथा टेट उत्तीर्ण हो।
• अवसंरचना के ब्यौरे – चहारदीवारी, सीसीटीवी, खेल का मैदान, पेयजल एवं स्वच्छता के आधार पर 3 स्टार विद्यालय का दर्जा रखता हो। छात्र एवं छात्राओं के लिए पृथक शौचालय, मूत्रालय की सुविधा।
• इसके अतिरिक्त पर्याप्त अग्निशमन यंत्र, रनिंग वॉटर, वॉटर हार्वेस्टिंग, तड़ित चालक आदि की उपलब्धता।
मौके पर उप विकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा, जिला शिक्षा पदाधिकारी जामताड़ा, माननीय सांसद दुमका लोक सभा प्रतिनिधि, माननीय विधायक नाला विधानसभा प्रतिनिधि, अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी जामताड़ा, सुशील मरांडी शिक्षक जेबीसी प्लस टू विद्यालय जामताड़ा, चंद्रिका नंद झा सेवानिवृत्त प्रोफेसर जामताड़ा, महाविद्यालय जामताड़ा, महेंद्र प्रसाद सेवानिवृत्त प्राचार्य जामताड़ा, महाविद्यालय जामताड़ा सहित संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।














