महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास की मिसाल बना गया
गया, 24 मई 2025 (ओम प्रकाश शर्मा) — ग्रामीण विकास को सशक्त दिशा देने के उद्देश्य से बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग की आयुक्त मनरेगा-सह-जीविका की अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी श्रीमती अभिलाषा कुमारी शर्मा ने आज गया जिले के मानपुर और बोधगया प्रखंडों का दौरा किया। उन्होंने मनरेगा से बन रहे खेल मैदानों, ग्रामीण हाट, पार्क, आंगनबाड़ी केंद्र, गोवर्धन योजना इकाई और महिला संवाद कार्यक्रमों का निरीक्षण कर योजनाओं की प्रगति को परखा।
अपने दौरे की शुरुआत में वे मानपुर के सोहैपुर पंचायत अंतर्गत मध्य विद्यालय, बंधुआ पहुंचीं, जहां उन्होंने निर्माणाधीन मनरेगा खेल मैदान और परिसर की चाहरदीवारी का निरीक्षण किया और 15 दिनों के भीतर गुणवत्ता के साथ कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने इसे आदर्श खेल मैदान के रूप में विकसित करने पर विशेष बल दिया।
इसके पश्चात वे बोधगया के बसाढ़ी पंचायत अंतर्गत बतसपुर गांव पहुंचीं, जहां उन्होंने मनरेगा योजना से निर्मित खेल परिसर, पार्क, ग्रामीण हाट, आंगनबाड़ी केंद्र, जीविका भवन, गोवर्धन योजना इकाई एवं वृक्षारोपण स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां के विकास कार्यों की सराहना करते हुए बतसपुर को मनरेगा का मॉडल गांव बताया और कहा कि इसे पूरे बिहार में अपनाकर ग्रामीण खेल भावना को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा दिया जा सकता है।
इसी क्रम में उन्होंने मानपुर के जमुआवां गांव में रामायण जीविका महिला ग्राम संगठन द्वारा आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। वहां उन्होंने महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी और उन्हें स्वयं सहायता समूहों के जरिए जीविकोपार्जन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, “यदि समाज को आगे बढ़ाना है, तो महिलाओं को सशक्त करना ही होगा। आप अपनी आकांक्षाएं खुलकर साझा करें, योजनाएं आपकी जरूरतों के अनुरूप बनाई जाएंगी।”
कार्यक्रम में महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए—दीपमाला ने ‘दीदी की नर्सरी’ से मिली राह की बात कही, अंजलि कुमारी ने मनरेगा मेट बनकर आत्मनिर्भरता की कहानी सुनाई, शोभा कुमारी ने सतत जीविकोपार्जन योजना से मिली पूंजी से राशन दुकान खोलने की बात कही, जबकि छात्रवृत्ति प्राप्त रानी कुमारी ने पढ़ाई में मिली मदद पर आभार जताया।
महिला संवाद कार्यक्रम के तहत गया जिले के 3167 ग्राम संगठनों में से 1945 संगठनों में अब तक कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं, जिसमें 3.24 लाख स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं और 35 हजार अन्य महिलाओं ने भाग लिया है। हज़ारों महिलाओं ने ऐप के माध्यम से अपनी आकांक्षाएं दर्ज कराई हैं।
इस निरीक्षण व संवाद कार्यक्रम में जिला पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त, निदेशक NEP, कार्यक्रम पदाधिकारी, डीपीएम श्री आचार्य मम्मट, प्रबंधक स्वास्थ्य एवं पोषण श्री कुंदन लाल साह, बीपीएम शुभराज प्रियदर्श, सामुदायिक समन्वयक श्रीमती सुधा कुमारी और बड़ी संख्या में जीविका दीदी और ग्रामीण जन उपस्थित थे।













