BHARATTV.NEWS:मिहिजाम: आदिवासियों के सोहराय पर्व के अंतिम दिन मकर संक्रांति के अवसर पर शुक्रवार को केलाही पहाड़ की तलहटी में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने परम्परागत बेजहाबेंदा यानी अस्त्र शस्त्र की पूजा कर केले के पौधे में निशाना लगाने की परंपरा सम्पूर्ण की। इस अवसर पर सुरज रवानी ने केले के पौधे में निशाना लगा कर परम्परा का निर्वहन किया।

मौके पर सैकड़ों आदिवासी महिलाएं, पुरुषों औऱ बच्चों ने परम्परागत मांदर की थाप पर केलाही मैदान पर मनोरम दृश्य किया। इस अवसर पर जिला 20 सूत्री उपाध्यक्ष सह झामुमो जिला अध्यक्ष स्यामलाल हेम्ब्रम ने कहा कि आदि काल से आदिवासी इस परंपरा का निर्वहन कर रहे है। जिसमे सोहराय जैसे पर्व पर हथियारों की पूजा का विशेष महत्व है। इसी के निमित्त सोहराय के अंतिम दिन हथियार पूजा के बाद शिकार और निशाने लगाने की परंपरा सम्पन्न की गई। मौके पर 20 सूत्री सदस्य कैलाश प्रसाद साव, मांझी हड़ाम किस्टरी हेम्ब्रम, अशोक् मण्डल, प्रदीप मण्डल, इम्तियाज अंसारी, सकेश सिंह, रेणु मुर्मू, शेखर सिंह, डॉ नंदकुमार यादव, किंकर राय, कामेश्वर तिवारी, मदन मराण्डी, पूर्व मुखिया मखोनी हेम्ब्रम, नाविक मण्डल, संदीप पासवान, नानक हेम्ब्रम, नागेस्वर साव, जैनुल अली, राजेन्द्र हेम्ब्रम, जयदेव मुर्मू, संजय मुर्मू, मनोहर मुर्मू, मुखिया संजय देव हेम्ब्रम, लाल हेम्ब्रम, चंद्रशेखर हेम्ब्रम, ताजिर, राज, मंगल, सुरेंद्र टुडू, मुन्ना साव, बिशुदेव मण्डल, आशिफ अहमद, अभिषेक सिंह, आलम, बिट्टी आदि ने सिरकत की।














