ओम प्रकाश शर्मा, रांची/जामताड़ा: लोकसभा चुनाव 2024 दुमका संसदीय सीट से इस बार का चुनाव बेहद खास है। शिबू सोरेन की पार्टी से यहां नलिन सोरेन उम्मीदवार हैं तो वहीं उनकी ही बड़ी बहू सीता सोरेन को भाजपा से उम्मीदवार बनाया गया है। अगर नलिन सोरेन यह चुनाव जीतते हैं तो श्रेय शिबू की पार्टी को जायेगा और अगर सीता सोरेन चुनाव जीतती है तो कहीं न कहीं श्रेय शिबू सोरेन को भी मिलेगा। क्योंकि चुनाव प्रचार के दौरान सीता सोरेन अपने ससुर शिबू सोरेन से आशीर्वाद ली और चुनाव प्रचार के दौरान उनका नाम भी लिया।
बटन कहीं भी दबाए संतुष्ट तो गुरुजी होंगे! जामताड़ा: दुमका संसदीय सीट का चुनाव आज 1 जून शनिवार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। दुमका लोकसभा सीट के सभी 6 विधानसभा यथा शिकारीपड़ा, दुमका, जामा, सारठ ,नाला और जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। लेकिन इस लोकसभा चुनाव में दुमका जिसे हॉट सीट माना जा रहा था, सबसे खास बात यह रही की यहां के यहां के मतदाताओं ने भले ही चुनाव में अपने पसंदीदा उम्मीदवार को चुनने के लिए उत्साह दिखा लेकिन एक बात यह चर्चा होने लगी कि भैया आप इस चुनाव में बटन कहीं भी दवाएं दिसंम गुरु शिबू सोरेन को अंदर ही अंदर जरूर खुशी जरूर मिलेगी। एक तरह से गुरुजी को दोनो हाथों में लड्डू है। मतदाताओं में यह चर्चा का विषय भी बना रहा। सीता सोरेन चुनाव प्रचार के दौरान ज्यादातर जगहों पर अपने दिशम गुरु की प्रशंसा और उनका आशीर्वाद की बात भी बताई थी। यहां यह बात खास है कि अगर नलिन सोरेन इस चुनाव में विजय होते हैं तो भी शिबू सोरेन खुश होंगे और अगर सीता सोरेन को चुनाव में जीत मिलती है तो भी कहीं ना कहीं उन्हें अपने ही घर की बड़ी बहू की विजय से उनको खुशी मिलेगी अर्थात चुनाव का केंद्र इस बार दोनो तरफ से शिबू सोरेन का परिवार ही रहा। हालांकि भाजपा ने शिबू सोरेन के घर में एक बड़ी सेंधमारी कर उनके बड़ी बहू सीता सोरेन को भाजपा का प्रत्याशी बनाने में सफल रही। यह आरोप लगा की सीता सोरेन को उचित मान सम्मान झारखंड मुक्ति मोर्चा के झारखंड मुक्ति मोर्चा के सोरेन परिवार से नही दी गई। अब देखना यह है कि आगामी 4 जून को दुमका लोकसभा सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा अपना झंडा गाड़ती है या फिर सीता सोरेन । भाजपा की उम्मीदवार सोरेन के पक्ष में यहां देश की सबसे बड़ी पार्टी के बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं ने प्रचार किया। प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री तक यहां चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे।
चित भी शिबू सोरेन की और पट भी शिबू सोरेन की!















