पुल के बने मात्र 2 साल ही पुरे हुए

BHARATTV.NEWS, विन्दापाथर: फतेहपुर प्रखण्ड अन्तर्गत विन्दापाथर थाना क्षेत्र में स्थित हाथधारा गांव और पिपला गांव के बीच अजय नदी पर बने हुए पुल, जिसके निर्माण कार्य लागत लगभग दस करोड़ की है उसके पाया यानी पीलर में कंक्रीट ढलाई लौहे छड़ को छोड़ता हुआ जान पड़ता है। जिसके कारण लौहे के छड़ में जंक लगना शुरू हो गया है। कुछ दिनों के बाद जंक पूरी तरह से उसे अपने चपेट में ले लेगा। ऐसा एक दो पाया यानी पीलर में नहीं बल्कि क्ई पीलरों में ऐसा होता जा रहा है। वर्षाजल से जब बालू पीलर के करीब से हट गया तब यह नजारा लोगों को देखने को मिला है। लोगों का आरोप है कि इस पुल निर्माण कार्य में क्ई तरह की अनियमितता वर्ती गई है। यह सम्भावना जताई जा रही है की सीमेंट और कंक्रीट बालू आदि सामग्री का अनुपात भी सही रूप में नहीं किया गया होगा ।
आरोप है की इंजीनियर, और विभाग के बड़े अधिकारी गण के मिली भगत से ठिकेदार ने मनमाने ढंग से काम को पूरा किया है। कुछ बुद्धिजीवियों ने भी उस समय पुल निर्माण कार्य को लेकर सवाल खड़े किए थे मगर विभागीय पदाधिकारियों ने उसे अनसुना कर दिया था। जिसका परिणाम आज देखने को मिल रहा है। स्थानीय विधायक प्रतिनिधि अरविंद मुर्मू ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि बड़े लोग गरीबों का पैसा इसी तरह लूट खसोट किया करते हैं। उन्होंने ने बताया कि स्थानीय विधायक रविन्द्र नाथ महतो जो वर्तमान समय में झारखण्ड विधानसभा के अध्यक्ष हैं, उन्हीं के अनुशंसा से यह महत्वाकांक्षी पुल के निर्माण कार्य किया गया है। लेकिन निर्माण कार्य को देखते हुए और लोगों के शिकायत के बाद उन्होंने इसका लोकार्पण भी नहीं किया था। बाद में ओनलाइन इसका लोकार्पण किया गया।

ज्ञात रहे यह पुल यहां के लोगों के लिए अति महत्वपूर्ण है। ऐसा इसलिए है कि जामताड़ा जिला मुख्यालय जाने में छः किलोमीटर की दूरी कम पड़ता है और समय भी बचता है। इस लिए आस पास के गांव और निवासी इसी पुल पर से जामताड़ा जिला मुख्यालय आवागमन करते हैं। नाला विधानसभा क्षेत्र के क्ई पंचायत और गांव के ग्रामीण इलाकों से लोगों का आना जाना इसी पुल से होता है। चापुड़िया पंचायत,पालाजोरी पंचायत, धसनिया पंचायत सहित बागदाहा,डुमरीया पंचायत के लोग भी दो पहिया और चार पहिया वाहनों से आना जाना होता है। ऐसे में यह पुल सभी के लिए अति महत्वपूर्ण है। लेकिन इस प्रकार के घटीया काम से वो निराश हैं। लोगों का कहना है कि कहीं यह अजय नदी का पुल जो हाथधारा और पीपला गांव के बीच बना है वह बारवैंदिया ( बराकर नदी) पुल के जैसा ना हो जाय जो आज किसी काम का नहीं है। स्थानीय लोगों की मांग है कि इस तरह की कार्य को जांच कर उचित कार्रवाई किया जाय। इस अवसर पर ग्रामीण छोटे लाल हेम्ब्रम, उत्तम कुमार यादव, विष्णु चौधरी, अताउल अंसारी, लाल मोहन चौधरी, दानी नाथ महतो,उवीसर हांसदा, उज्वल गण,भीम दे,निवास आस,अविता हांसदा जैसे क्ई लोग उपस्थित थे।














