सभी किसानों को बीज दिला पाना कृषि विभाग की वश की बात है?
BHARATTV.NEWS,PATNA/GAYA: किसान सलाहकार से बकझक करने की घटना दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। यह सर्वविदित है की सभी किसानों को बीज दिला पाना कृषि विभाग की वश की बात नहीं है। यह जानते हुए भी अक्सर किसान के रूप में लोग सलाहकारों के साथ दुर्व्यवहार करते देखा जाता है। मटर बीज नहीं मिलने का बहाना लेकर किसान सलाहकार की पिटाई करने की बेहद ही एक शर्मनाक घटना आज नवादा जिले के नरहट थाना इलाके के पुंथर गांव में घटी। बताया जाता है कि सरकार द्वारा मटर बीज नहीं मिला तो कई लोगों ने किसान सलाहकार की जमकर पिटाई की। इसी क्रम में लोहे के राड से किए गए वार में किसान सलाहकार का सर फट गया। जिसके बाद थाने में घटना की किसान सलाहकार द्वारा प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। बताया जा रहा है की पुंथर पंचायत के किसान सलाहकार जितेंद्र कुमार पुंथर गांव स्थित कार्यालय में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभुकों का केवाईसी कर रहे थे। तभी गांव के सत्येंद्र यादव वहां पहुंचे और मटर बीज नहीं देने की बात कह जितेंद्र के साथ गाली गलौच एवं जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने लगा साथ ही पीछे से उनके समर्थन में राहुल कुमार और बिरेंद्र यादव भी रड लेकर पहुंचे और मारपीट शुरू किया। राहुल जीतेन्द्र को कार्यालय से बाहर ले गया और रड से सर पर वार कर दिया। जिसके कारण मौके पर ही जीतेन्द्र बेहोश हो गया। स्थानीय लोगों की सहायता से उसे अस्पताल ले जाकर उसका इलाज कराया गया। साथ ही नरहट थाना में शिकायत दर्ज कराई। घटना के वक्त मौके पर कृषि समन्यवक चंदन कुमार भी मौजूद थे। इस घटना से पूरे बिहार के कृषि कर्मियों में रोष है। जिला कृषि पदाधिकारी सहित अन्य वरीय पदाधिकारियों को घटना की सूचना दी गई है। कृषि कर्मियों का कहना है बीज सीमित मात्रा में उपलब्ध होता है। एक पंचायत में जितने किसान होते हैं सभी को बीज दिलाना संभव ही नहीं है। बीज का वितरण आगे आओ और आगे पाओ की तर्ज पर होता है। बताया जाता है की जरूरत से कम मानदेय पर किसान सलाहकार बखूबी अपनी ड्यटी करते आ रहे हैं। वहीं बताया जा रहा है की गया जिले के अधिकांश किसान सलाहकारों को अभी तक पहचान पत्र भी उपलब्ध नहीं कराया गया है। विभाग को चाहिए कि किसी प्रकार की किसान सलाहकारों के साथ अप्रिय घटना घटने से पहले उनकी मांगों पर ध्यान देना चाहिए ताकि वे शांतिपूर्ण तरीके से जीवन यापन कर सके।













