
आसनसोल। बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि बुधवार को राज्यव्यापी बुलाये गये हड़ताल का समर्थननहीं करेेगे। सरकारी कार्यालयों में गैरहाजिर होने पर वेतन काटने का निर्देश दिया गया है। मंगलवार को रूपनारायणपुर स्थित सालानपुर तृणमूल कांग्रेस कार्यालय में पश्चिम बंगाल राज्य सरकारी फेडरेशन पश्चिम बंगाल वर्द्धवान जिला स्वास्थ्य शाखा की ओर से एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जहां ब्लाॅक पिथाक्यारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टाॅफ बनानी चैधरी ने कहा कि हमलोग बंद का समथर््ान नहीं कर रहे हैं। बल्कि हमारे सभी चिकत्सिक एवं नर्स इस दिन अस्पताल में उपस्थित रहेंगे। हमारा अस्पताल पूरी तरह से लोगों को सेवा देने के लिए मुस्तैद रहेंगे। बंद का असर अस्पताल पर नहीं पड़़ने देंगे। पिथाक्यारी अस्पताल के सुपरवाइज रक्तिम दे ने कहा कि हमलोग इस बिल का विरोध करते हैं। लेकिन कर्मनाशा बंद जो 15 विरोधी श्रमिक संगठन ने बुलाया है उसका विरोध करते हैं। पहले की सरकार में बंद के दौरान लोगों को जो परेशानियां होती थी वह कल नहीं होने दिया जाएगा।जिला परिषद कर्माध्यक्ष मोहम्मद अरमान एवं सालानपुर ब्लाॅक तृणमूल कांग्रेस के सचिव भोला सिंह ने कहा कि बुधवार को माकपा और कांग्रेस द्वारा बुलाये गये बंद का हमलोग विरोध करेंगे। बंद की राजनीति को हमलोग समर्थन नहीं करते हैं। कहा कि जनजीवन को समान्य रखने के लिए पुलिस प्रशासन तथा हमलोंग पूरी तरह से तैयार रहेंगे। जनता भी बंद के खिलाफ है। विदित हो कि सीएए तथा एनआरसी के खिलाफ हड़ताल बुधवार को बंगाल में बुंलाया गया है। मौके पर अमित घोष, अरिन्दम बनर्जी, सत्यनारायण राय, संहिता बोस आदि उपस्थित थे।
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