ग्राहकों ने पोस्टमास्टर के ट्रांसफर को रूकवाने की मांग की कहा हमारा पैसा और खाता कब मिलेगा इसकी लिखित गारंटी दे विभाग
BHARATTV.NEWS: रिपोर्ट: मनतोष भट्टाचार्य, आसनसोल। आसनसोल डीवीजन अंतर्गत सालानपुर पोस्ट आफिस के कर्मी विगत कई माह से स्थानीय लोगों के रोष का सामना कर रहे हैं। जब से इस पोस्ट आफिस को अचानक से संचय पोस्ट न कर एकाएक सीबीएस किया गया तब से यहां के सैकड़ों ग्राहकों को परेशानी होने लगी। आसनसोल हेड आफिस में सालानपुर पोस्ट आफिस के खातों का माइग्रेशन में बड़ी गड़बड़ी की गई। उदाहरण के लिए जिसके खातें में 20 हजार थे उसके खाते में लाखों रूपये आ गये और जिसके खाते में लाखों रूपये थे उसके खाते में कई हजार ही बच गये जिसके बाद लोगों ने हंगामा शुरू किया लेकिन इसे आसनसोल हेड आफिस द्वारा तत्काल सुधार नहीं किया गया।

जिसकी सजा सालानपुर पोस्ट आफिस भुगत रहा है। कोरोनाकाल के समय में यहां के पोस्टमास्टर जरूरत से अधिक परिश्रम कर लोगों को परिसेवा देने का काम किया। अचानक से सीबीएस होने के बाद जब माइग्रेशन में आसनसोल आफिस गलती किया तो सालानपुर पोस्ट आफिस के ग्राहक सालानपुर पोस्ट आफिस के काउंटर में लगातार झमेला करने लगे।

कोई कहता कि बेटी की शादी है तुरंत पैसा दो, कोई कहता कि मेरा पिताजी अस्पताल में है तुरंत पैसा चाहिए लेकिन खातों में गड़बड़ी प्रिंट होकर आने के कारण लोगों को पैमेंट नहीं मिल सका जिसके बाद जान से मारने की लगातार धमकी मिलने लगी यहां तक की लोग थूक फेंककर भी अपना गुस्सा निकाला। बाध्य होकर पोस्टमास्टर ने अपने जेब से पैसे देकर कई ग्राहक को शांत कराया जो अधिक परेषान करता था। इस सबंध में पोस्टमास्टर कृष्ण दास ने बताया कि लगातार हेड पोस्ट आफिस में खातों को ठीक करने का अनुरोध किया गया लेकिन कई महीने से वहां से सालानपुर पोस्ट आफिस का खाता ठीक कर नहीं भेजा जा रहा है और मुझे बदनाम करने का साजिस रचा जा रहा है।

मैने उच्च पदाधिकारियों से अनुरोध भी किया इसे जल्द ठीक कर दें नही ंतो मुझे लगतार लोगों की गालियां सुननी पड़ रही है। उल्टे अधिकारी मेरा टां्रसफर करने की चिट्ठियां देने में लगे हैं।
विभाग अचानक क्यों की इतना बड़ा रिस्क उठाया?

लोगों का कहना है कि सालानपुर पोस्ट आफिस जो वर्षों से मैनुअल में चल रहा था उसे अचानक से सीबीएस कर दिया गया। पहले इसे संचय पोस्ट करना चाहिए था जैसे हिन्दुस्तान केबल्स पोस्ट आफिस में हुआ था वहां संचय पोस्ट के बाद फिर सीबीएस हुआ जिसके कारण वहां कोई समस्या नहीं आयी। शिकायत नहीं आया और यहां आनन फानन में विभाग ने सीबीएस किया।

उन्होने बताया कि अपनी इज्जत और जान बचाने के लिए ही मैने पैसे उधार लेकर ग्राहकों को दिया है लेकिन पोस्ट आफिस का पैसा नहीं लिया है। कोलकाता में भी अधिकारियों द्वारा बुलाई गई मिटिंग में हमने समस्या को रखा था वहां अधिकारियों ने आसनसोल के एसएसपी विभा रानी मुर्मू को खातों को अविलम्ब बैठकर ठीक करने की सलाह दी थी बावजूद खातों को ठीक नहीं किया जा रहा है। जिससे ग्राहक परेशान हो रहे हैं और सारा दोष मुझे दिया जा रहा है। इस सबंध में एसएसपी विभा रानी मुर्मू से पूछे जाने पर बताया कि खातों को ठीक करने के लिए प्रक्रिया में डाल दिया गया है कहा कि प्रशासनिक काम में देरी होती है। जहां गलती हूई है वहां ठीक करने के लिए दिया गया है। जहां गलती हुई है वहां वेरीफाई करने में समय लगता है लेकिन सवाल यह है 6 महीने से अधिक खातों को आसनसोल से सालानपुर क्यों नहीं भेजा गया।
स्थानीय लोगों की क्या है मांग
स्थानीय ग्राहकों का कहना है कि जब तक आसनसोल भेजे गये पासबुकों को सालानपुर नहीं भेजा जायेगा तबतक यहां के पोस्टमास्टर कृष्ण दास को अन्यत्र ट्रांसफर न किया जाय। वहीं सालानपुर थाना प्रभारी अमित हांटी ने मौके पर लोगों को कहा कि पोस्ट आफिस के अधिकारी , सालानपुर पोस्ट आफिस के कर्मी तथा यहां के ग्राहक आपस में बैठकर मामले को सुलझा ले इसमें फिलहाल पुलिस कुछ नहीं कर सकती।
पूरे आसनसोल डीवीजन में राम भरोसे चल रहा है पोस्ट आफिस

एक ओर जहां पोस्ट आफिस अब अपने नाम में बैंक शब्द का उपयोग कर रही है वहीं पोस्ट आफिस राम भरोसे चल रही है। सभी पोस्ट आफिसों में लाखों का लेन देन होता है लेकिन बैंक की भांति यहां एक भी सुरक्षा कर्मी नहीं मुहैया कराती है। न तो सालानपुर पोस्ट आफिस में सीसीटीवी की व्यवस्था है और न नोट गिनने वाली मशीन। जर्जर छत के नीचे काम करने के लिए मजबूर हैं कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। जान बचाने के लिए उपर तिरपाल की व्यवस्था है ताकि बारिष से छत न गिर जाए। लोगों ने बताया कि इतनी परेषानी के बावजूद इस पोस्ट आफिस की सूध लेने के लिए निरिक्षण करने आये अधिकारियों ने सूध नहीं ली। और आगे रिपोर्ट जारी रहेगा















